Description
निजदोश दर्शन से निर्दोष
इस संसार में क्यों हमें इतने दुःख भुगतने पड़ते हैं? घर, बिज़नेस, पैसे।।।इतने बंधन क्यों हैं? इन सभी के जवाब ढूंढने के लिए लोग हिमालय तक पहुँच गए लेकिन क्या एक भी बंधन कम हुआ और ना ही इनसे मुक्ति मिली। इन सब के जवाब मिलने पर ही बंधन से मुक्तिं संभव है।। इन ऐसे कई सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़िए किताब - निजदोष दर्शन से निर्दोष
कर्म का विज्ञान
कर्म क्या है? कर्म कैसे बंधते होगे? किस तरह से इनसे छूट सकते हैं? इन सब प्रश्नों के जवाब जानने के लिए पढ़िए - कर्म का विज्ञान
क्लेश रहित जीवन
जीवन तो सब जी रहे हैं लेकिन जीवन जीया तब कहा जाएगा जब जीवन में कोई क्लेश ना हो। लेकिन इस कलियुग में जहाँ दिन की शुरुआत चाय,नाश्ता और क्लेश से होती है, उसमें क्या यह संभव है? जी हाँ। बिल्कुल है! जीवन जीने की कला जानने के लिए पढ़ें क्लेश रहित जीवन